शायद इसकी किस्मत ऐसी बिना ग़म के न पहचान इसकी शायद इसकी किस्मत ऐसी बिना ग़म के न पहचान इसकी
क्यों कलपता है तू सुन ऐ मेरे दिल इस तरह से यूं न बर्बाद कर अपने शब्द ! क्यों कलपता है तू सुन ऐ मेरे दिल इस तरह से यूं न बर्बाद कर अपने ...
लाशों,शरीर, शव,प्रेत आदी से पुकारे जाते आपकी पहचान एक शरीर बन जाती लाशों,शरीर, शव,प्रेत आदी से पुकारे जाते आपकी पहचान एक शरीर बन जाती
चाहत सभी को है इसे पाने की पर राह न जाने उस तक जाने की, चाहत सभी को है इसे पाने की पर राह न जाने उस तक जाने की,
कहने को तो अपने, ये पराये से लगते हैं , दिल फैसला कर नहीं पाता सब सपने से लगते हैं कहने को तो अपने, ये पराये से लगते हैं , दिल फैसला कर नहीं पाता सब सपने से लगत...
झूठ और फरेब से नफ़रत है मुझे, कड़वा और सच बोलना आता है मुझे । झूठ और फरेब से नफ़रत है मुझे, कड़वा और सच बोलना आता है मुझे ।